रविवार, 15 अगस्त 2010

Hindi Khabar : हिंसा छोड़ कर बातचीत करें आतंकी, लाल किले से प्रधानमंत्री ने की अपील

हिंसा छोड़ कर बातचीत करें आतंकी, लाल किले से प्रधानमंत्री ने की अपील

नई दिल्ली. NNI. 15 अगस्त। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने देश के 64वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए आज लाल किला से कहा है कि जम्मू-कश्मीर में सालों से चले आ रहे खून-खराबे का अब अंत होना चाहिए। कश्मीर को देश का अभिन्न अंग बताते हुए उन्होंने कहा कि हिंसा का रास्ता छोड़ने वाले सभी व्यक्तियों और समूहों से वह बातचीत को तैयार हैं।

देश के 64वें स्वाधीनता दिवस के अवसर पर लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में हिंसा का रास्ता छोड़ने वाले सभी व्यक्तियों-समूहों से हम वार्ता को तैयार हैं। कश्मीर देश का अभिन्न अंग है। इस ढांचे में सत्ता में सबकी भागीदारी हो और सबका कल्याण हो, इस दिशा में हम वार्ता के लिए आगे बढ़ने को तैयार हैं।

हाल के दिनों में जम्मू-श्मीर में हिंसा में मारे गए लोगों और उनके परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए प्रधानमंत्री ने ऐसी घटनाओं पर खेद जताया और कहा कि जम्मू-कश्मीर में खून खराबे का दौर अब खत्म होना चाहिए। इस हिंसा से किसी को फायदा नहीं होने वाला है। हमारे लोकतंत्र में किसी भी क्षेत्र या समूह की चिंताओं का समाधान करने की क्षमता है।

उन्होंने कहा कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दलों के साथ मेरी बैठक हुई। हम बातचीत की इस प्रक्रिया को आगे ले जाना चाहते हैं। मैं जम्मू -कश्मीर के लोगों से कहना चाहता हूं कि वे अपने और देश के विकास में हमारे साथ हाथ मिलाते हुए लोकतांत्रिक तौर तरीकों को अपनाएं।

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