Hindi Khabar : कॉमनवेल्थ खेलों को लेकर पीएम ने किया शीला को तलब
नई दिल्ली. NNI. 06अगस्त। कॉमनवेल्थ खेलों की तैयारियों में लेटलतीफी और भ्रष्टाचार की खबरों के बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को तलब किया है। खबर है कि इस मुलाकात में प्रधानमंत्री खेल आयोजन की तैयारियों के कामकाज की प्रगति के बारे में मुख्यमंत्री से जानकारी लेंगे और जरूरी निर्देश देंगे।
इस बीच, राष्ट्रमंडल खेल के लिए शुरू हुई उलटी गिनती के साथ ही आयोजन समिति के अध्यक्ष सुरेश कलमाडी को लेकर भी सत्ता के गलियारे में चिंता बढ़ती जा रही है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की स्वदेश वापसी के साथ ही राष्ट्रमंडल खेलों को लेकर चल रही गहमागहमी और तेज होगी।
सोनिया गांधी करीब एक हफ़्ते से अमेरिका में हैं, जहां उनकी मां का इलाज चल रहा है। उनके साथ राहुल गांधी भी अपनी नानी को देखने अमेरिका गए थे। लेकिन वे कुछ दिनों पहले लौट आए। माना जा रहा है कि पार्टी और सरकार के बीच मंथन के बाद आयोजन से जुड़े मामलों पर कुछ ठोस फैसले लिए जा सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि गंभीर अनियमितताओं के सामने आने के बाद भी कलमाडी को खुली छूट देने पर कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की ओर से ही सवाल उठ रहे हैं।
सोनिया इस समय अमेरिका में हैं। वह अपनी मां के इलाज के सिलसिले में वहां हैं। अगले सप्ताह उनके भारत लौटने की उम्मीद है। तब कलमाड़ी को लेकर कुछ फैसला हो सकता है।
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस ने सार्वजनिक रूप से तकनीकी जवाब देकर कलमाडी के मामले से भले ही पल्ला झाड़ने की कोशिश की हो, लेकिन सरकार और पार्टी में अंदरूनी स्तर पर खलबली साफ नजर आ रही है। केंद्र सरकार और कांग्रेस में शीर्ष स्तर पर इस बात की चिंता जताई जा रही है कि एक आरोपित व्यक्ति की अगुआई में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल का आयोजन किस तरह से पाक साफ हो पाएगा।
कांग्रेस में एक तबका इस पक्ष में है कि कलमाडी से इस्तीफा देने को कहा जाना चाहिए और उनके ऐसा नहीं करने पर आयोजन समिति पर नकेल कसने का ठोस रास्ता सरकार को अपनाना चाहिए। केंद्र सरकार के सूत्रों का कहना है कि सरकार के भीतर इस मसले पर लगातार मंथन भी चल रहा है। विपक्ष भी कलमाड़ी को हटाने के लिए लगातार दबाव बना रहा है।
खेलकूद मामलों के मंत्री एमएस गिल प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से अगले एक दो दिन में मिलकर अब तक की स्थिति पर पूरी रिपोर्ट दे सकते हैं। मंत्री-समूह भी इस मसले पर विचार करने वाला है। सूत्रों के मुताबिक सरकार और कांग्रेस की चिंता यह है कि राष्ट्रमंडल खेल के दौरान आयोजन समिति के सिर ठीकरा फोड़कर सरकार अपनी जिम्मेदारी से कैसे बच पाएगी।
शुक्रवार, 6 अगस्त 2010
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें