ममता बैनर्जी ने माओवादियों से सांठगांठ कर ली है, CPM का संगीन आरोप
कोलकाता. NNI. 9 अगस्त। तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने मांग की है कि सरकार लालगढ़ में तैनात सुरक्षा बल तत्काल वापस बुलाए। साथ ही, उन्होंने माओवादियों से हिंसा छोड़ कर सरकार से बातचीत के लिए सामने आने की भी अपील की। दीदी ने इस बयान पर वाल दल लाल हो गए हैं। CPM नेताओं ने ममता बैनर्जी पर नक्सलियों के साथ सांठ-गांठ के भी आरोप मढ़ दिए हैं।
दीदी ने अपनी रैली में कहा है कि बातचीत की प्रक्रिया आज से ही शुरू होनी चाहिए। ममता पश्चिम बंगाल में नक्सलियों के गढ़, लालगढ़ में रैली को संबोधित कर रहीं थीं। सभा को नक्सलियों ने पूरा समर्थन दिया। मंच पर सरकार और नक्सलियों के बीच धुरी बन रहे स्वामी अग्निवेश, मेधा पाटकर और प्रख्यात लेखिका महाश्वेता देवी आदि भी मौजूद थे। दिल्ली में वामपंथी सांसदों ने सदन में कहा कि ममता की रैली नक्सलियों की मदद से आयोजित की गई, सरकार को इस पर जवाब देना चाहिए।
इसी बीच पुलिस ने रैली स्थल के पास से पीसीपीए के चार नेताओं को गिरफ्तार किया। सुशील महतो को पुलिस ने दोबारा गिरफ्तार किया है। पहले वह पुलिस हिरासत से भाग निकला था। तीन दूसरे नेताओं को वसूली के आरोप में पकड़ा गया है।
सीपीएम नेताओं ने लोकसभा में दो बार रैली का मामला उठाया। लोकसभा में पार्टी के ए संपत ने शून्यकाल के दौरान मामला उठाते हुए कहा कि सरकार का एक घटक दल नक्सलियों के समर्थन से रैली कर रहा है। सरकार को इस पर जवाब देना चाहिए। प्रश्नकाल में भी वाम दलों ने यह मामला उठाया।
सोमवार, 9 अगस्त 2010
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