रविवार, 15 अगस्त 2010

Hindi Khabar : स्वतंत्रता दिवस की ढेरों बधाइयां, मनमोहन ने 7वीं बार फहराया तिरंगा

Hindi Khabar : स्वतंत्रता दिवस की ढेरों बधाइयां, मनमोहन ने 7वीं बार फहराया तिरंगा

नई दिल्ली. NNI. 15 अगस्त। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 64वें स्वतंत्रता दिवस पर आज दिल्ली के लाल किले पर तिरंगा फहराया। इस साल 7वीं बार तिरंगा फहराते हुए प्रधानमंत्री ने राष्ट्र को स्वतंत्रता की बधाई दी। इस ऐतिहासिक मौके पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कई खास घोषणाएं की। इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित देश के कई गणमान्य नेता लाल किले पर मौजूद थे।
भारी सुरक्षा के बीच राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के लेह में बादल फटने से हुए लोगों की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए लद्दाख के जल्द में जल्द पुनर्वास के लिए हर संभव मदद देने की घोषणा की।

राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन को देश के लिए गौरवपूर्ण अवसर करार देते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने विश्वास जताया कि देशवासी इसे राष्ट्रीय त्योहार के रूप में लेंगे और इसके सफल आयोजन में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रमंडल खेल हमारे देश, खासकर दिल्लीवासियों के लिए एक गौरवपूर्ण अवसर है। मुझे विश्वास है कि देशवासी राष्ट्रीय त्योहार के रूप में इसे लेने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रमंडल खेलों का सफल आयोजन विश्व को इशारा होगा कि हमारा देश किस आत्मविश्वास के साथ विकास के रास्ते पर आगे चल रहा है।

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने देश के 64वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले के प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए महंगाई पर कहा कि सरकार इस पर काबू पाने के लिए हर संभव उपाय कर रही है। कृषि के क्षेत्र में सरकार ने सरकारी निवेश पर जोर दिया और पैदावार बढ़ाने की कोशिश की। इसके लिए जिला स्तर पर प्रयास किए गए। पिछले कुछ सालों में कृषि विकास की दर में बढ़ोतरी हुई है लेकिन हम लक्ष्य से अभी भी दूर हैं। हमें और कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता है ताकि कृषि विकास की दर 4 फीसदी तक पहुंचाया जा सके।

उन्होंने महंगाई पर कहा कि मुझे पता है कि आप बढ़ती कीमतों से परेशान हैं। गरीब जनता पर इसका सबसे ज्यादा असर पड़ा है। जब अनाज और सब्जियों के दाम बढ़ते हैं तो इसका सबसे ज्यादा बोझ गरीब भाइयों पर पड़ता हैं।
उन्होंने कहा कि हम महंगाई को कम करने की हर मुमकिन कोशिश में लगे हैं। हमें पूरा भरोसा है कि हम जल्द ही इसमें सफल होंगे। उन्होंने पेट्रोलियम पदार्थो की कीमतों में पिछले दिनों की गई भढ़ोतरी को उचित ठहराते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है और देश की अर्थव्यवस्था के लिए इसका बोझ उठाना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि हम अपनी जरूरतों का 80 फीसदी पेट्रोलियम का आयात करते हैं।

प्रधानमंत्री ने नक्सलवाद पर कहा कि ये एक गंभीर समस्या है। उन्होंने हिंसा का रास्ता अख्तियार करने वाले नक्सलियों से सख्ती से निपटने की बात कही। उन्होंने लाल किला से राष्ट्र को संबोधित करते हुए नक्सलियों से हिंसा का रास्ता छोड़ देश के विकास में भागीदार बनने की अपील की। उन्होंने कहा कि नक्सल समस्या से निपटने के लिए केंद्र और राज्यों को एक जुट होकर काम करना होगा। देश के प्राकृतिक संसाधनों के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों को बचाना जरूरी है।

जम्मू-कश्मीर में जारी हिंसा पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है। जम्मू-कश्मीर में हिंसा से कुछ हासिल नहीं होने वाला है। भारतीय लोकतंत्र देश के किसी भी हिस्से और गुट की मुश्किलों को हल कर सकने में सक्षम है।

देश में सूखे के हालात और मंदी पर उन्होंने कहा कि सरकार ने डट के इन कठिन परिस्थियों का सामना किया। साथ ही देश की आर्थिक विकास दर के बारे में बताया कि आर्थिक विकास दर दुनिया के कई देशों से बेहतर रही है। भारत को दुनिया के तेज आर्थिक विकास वाले देश में गिना जाता है। दुनिया में हमारा सम्मान किया जाता है। हमारी बात अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुनी जाती है।

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